मोटिवेशनल स्पीच (लोकतंत्र और राजतंत्र)

जंगल का राजा शेर होने के बावजूद भी वह अगर किसी का शिकार करता है तो जिस का शिकार होता है।
वह उसके द्वारा की जाने वाली हत्या का विरोध करता है जबकि उसको पता है कि वह एक राजा के सामने उसकी राजशाही का विरोध कर रहा है और उसकी मनमानी का विरोध कर रहा है।
 वह भी हिम्मत जुटा लेता है कि गलत के खिलाफ मैं अपने राजा का विरोध करूं परंतु आप तो एक लोकतांत्रिक देश में रह रहे हैं जहां हर 5 साल में आपको अपना नेता, आपको अपना प्रतिनिधि चुनने का मौका मिलता है तो फिर आपको डर किस बात का?
 जहां राजशाही कायम वहां पर भी जानवर राजा का विरोध करते हैं वह भी गलत चीज का
 तो हम लोकतांत्रिक देश में रहकर गलत चीज का विरोध क्यों नहीं कर पा रहे हैं क्या हम जंगल के जानवरों से ज्यादा भी डरपोक हो चुके हैं?

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